नई दिल्ली ! अमरीका ने आज कहा कि वह भारत के साथ रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना चाहता है और रणनीतिक वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए उसके उप राष्ट्रपति बिडेन जुलाई में भारत यात्रा पर आएंगे। उन्होंने कहा, कि अमरीका चाहता है, कि भारत के साथ उससे असैनिक परमाणु समझौते पर शीघ्र अमल हो।अमरीकी विदेश मंत्री जान केरी ने आज यहां विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के साथ चौथे दौर की रणनीतिक वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह श्री खुर्शीद के साथ मिलकर दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए प्रतिबध्द हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंध 21 वीं सदी के लिए निर्णायक होंगे। उन्होंने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को अमरीकी यात्रा पर आने का निमंत्रण भी दिया। श्री खुर्शीद के साथ हुई वार्ता को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए श्री केरी ने कहा कि इसमें रक्षा, अंतरिक्ष सहयोग स्वास्थ सहयोग, प्रौद्योगिकी तथा उसमें संयुक्त उद्यम, संयुक्त निवेश, शिक्षा तथा ऊर्जा आदि मुद्दों पर विस्तृत बातचीत हुई। श्र्री केरी ने कहा कि उनका देश भारत के साथ असैनिक परमाणु समझौते पर जल्दी अमल चाहता है। उन्होंने बताया कि परमाणु-ऊर्जा सहयोग पर दोनों पक्षों के बीच वाणिज्यिक समझौता आगामी सितम्बर तक करने पर सहमति बनी है। दोनों पक्षों ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी बातचीत की और इस क्षेत्र में सहयोग के लिए संयुक्त कार्य दल गठित करने का फैसला किया। श्री खुर्शीद ने कहा कि क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी अच्छी चर्चा हुई। उन्होंने दोनों देशों के बीच रणनीतिक वार्ता में कुछ ही वर्षों में हुई प्रगति को संतोषजनक बताया। उन्होंने कहा कि अगले कुछ माह में कई मुद्दों पर विभिन्न स्तरों पर बातचीत होगी। उन्होेंने कहा कि दोनों देशों के संबंधों को आगे बढाने के लिए अच्छा काम हुआ है। स्नोडेन प्रकरण पर रुस-चीन को धमकी : अमरीका ने उसकी खुफिया सूचनाओं का भंडाफोड़ करने वाले एजेंट एडवर्ड स्नोडेन को शरण दाता किसी भी देश को नतीजा भुगतने की चेतावनी दी है। अमरीकी विदेश मंत्री जान केरी ने कहा कि अमरीका को अपेक्षा है कि कोई भी देश स्नोडेन को कानून के दायरे से बचने में मदद नहीं करेगा। श्री केरी ने स्नोडेन के चीन शासित हांगकांग से मास्को जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि हांगकांग में चीन और रुस ने यदि जानबूझ कर स्नोडेन को भागने में मदद की, तो इसके खराब नतीजे होंगे। ईरान का नया नेतृत्व मुगालते में नहीं रहे : अमरीकी विदेश मंत्री जान केरी ने आज ईरान के नव निर्वाचित राष्ट्रपति हसन रोहानी को चेतावनी दी, कि वह इस मुगालते में नहीं रहे कि उनके देश के परमाणु कार्यक्रम के बारे में विश्व समुदाय ने आंखे मूंद ली है। उन्होंने कहा कि ईरान को यह साबित करना होगा कि उसका परमाणु कार्यक्रम वास्तव में शांतिपूर्ण उद्देश्य के लिए हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में केवल मौखिक वायदों से काम नहीं चलेगा।